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समृद्धि का महाकुंभ, ढाई लाख तक का राजस्व डुबकी से आने का अनुमान, पूजा सामग्री, फूलों की बिक्री से 2800 करोड़ आने की संभावना

RNE Network

प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने के लिए देश – दुनिया से करीब 40 करोड़ लोगों के प्रयागराज पहुंचने की उम्मीद है। सरकार ने 45 दिन के आयोजन में बुनियादी सुविधाओं पर भारी निवेश किया है।


भारतीय उद्योग परिसंघ ( सीआइआइ ) के मुताबिक महाकुंभ से सरकार का राजस्व दो से ढाई लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इससे पहले 2013 के महाकुंभ से सरकार को 12000 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।


कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक महाकुंभ में उपभोक्ता चीजों का कारोबार 17, 310 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। सिर्फ पूजा सामग्री की बिक्री 2000 करोड़ और फूलों की बिक्री 800 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।

महाकुंभ में परिवहन की ये सुविधा:

महाकुंभ के दौरान 13000 ट्रेनें ( 300 विशेष ट्रेनों सहित ) चलाई जाएगी। श्रद्धालुओं को 7000 से अधिक बसें उपलब्ध होगी। इनमें 200 बसें वातानुकूलित भी है। इसके अलावा नियमित उड़ानों के साथ 200 से अधिक चार्टर फ्लाइट उपलब्ध होगी।