केंद्र में एनडीए सरकार गठन के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी भूचाल आया
** मंत्री पद कम मिलने से नाराजगी
** विधायकों की भगदड़ की खबरों से चिंता
** सांसदों से भी करेंगे बैठक
आरएनई, नेशनल ब्यूरो
केंद्र में एनडीए सरकार का गठन होते ही महाराष्ट्र की राजनीति में भी भूचाल आ गया है। चुनाव परिणाम आते ही इसकी आहट सुनाई देने लग गई थी, जो अब आवाजों में तब्दील हो रही है। चुनाव परिणाम से साबित हुआ कि जनता उद्धव ठाकरे की ही शिव सेना को असली मानती है, शिंदे की शिव सेना को नहीं। भले ही उनके पास पुराना चुनाव चिन्ह हो।
यही स्थिति महाराष्ट्र में एनसीपी अजीत पंवार गुट की भी है। जनता ने शरद पंवार की एनसीपी को असली माना और उनके 8 सांसद जीते। अजीत की पार्टी का केवल 1 सांसद जीत सका। जबकि पार्टी का पुराना चुनाव चिन्ह भी अजीत के पास था। महाराष्ट्र में कुछ महीनों में ही विधानसभा के चुनाव है और उद्धव व शरद को छोड़कर गये विधायकों में बैचेनी है। उनको अपने अस्तित्त्व पर संकट दिख रहा है। वे अंदरखाने उद्धव व शरद से मिल भी रहे हैं। यही स्थिति सांसदों की है। एनसीपी अजीत ने तो कल ही दिल्ली में बैठक कर ली। मुंबई में हुई बैठक से उनके 5 विधायक लापता थे।
आज शिंदे गुट की बैठक
भीतरी हलचल व भागदौड़ की खबरों के बीच सीएम एकनाथ शिंदे ने आज 6 बजे अपने विधायकों की बैठक बुलाई है ताकि सही स्थिति का पता लगे और उनके विचार जाने जा सकें। शिंदे विधायकों को एक रखने के जतन कर रहे हैं।
सांसदों से भी मिलेंगे शिंदे
लोकसभा व राज्यसभा के अपने सांसदों से भी आज एकनाथ शिंदे बैठक कर रहे हैं। क्योंकि केंद्रीय मंत्रिमंडल गठन से कई नाराज है और कहा जा रहा है कि कई उद्धव ठाकरे के संपर्क में है।
उलटफेर के कयास
महाराष्ट्र में तेजी से घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बड़े उलटफेर के कयास लगाये जा रहे हैं। कई विधायकों के पाला बदलने की भी चर्चा है। ये सब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की छांव व केंद्रीय मंत्रिमंडल गठन के असंतोष के कारण हो रहा है।