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Nokha : आदर्श विद्या मंदिर के आचार्य विद्यार्थियों का पंचकोश विकास करेंगे

बीकानेर की 23 स्कूलों के आचार्य नोखा में जुटे, कर रहे चिंतन

RNE Nokha.

विद्या भारती जोधपुर प्रांत की योजनानुसार आदर्श शिक्षण संस्थान, बीकानेर के तत्वावधान में संचालित बीकानेर जिले की 23 विद्यालयों का आचार्य सम्मेलन आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक, नोखा में चल रहा है। इसके वन्दना सत्र का शुभारम्भ समाजसेवी व व्यवसायी इन्द्रचंद झंवर, आदर्श शिक्षण संस्थान जिला मंत्री अमोलकराम ज्याणी, क्षेत्रीय शिशुवाटिका प्रमुख राजकुमार ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

उद्देश्य मात्र विद्यालय चलाना नहीं :

मुख्य वक्ता जिला मंत्री ज्याणी ने बताया कि हमारा उद्देश्य मात्र विद्यालय चलाना नहीं अपितु विद्या भारती के लक्ष्य को पूर्ण करना है। छात्र हमारा आधार है। पंचकोश का विकास अच्छा व्यक्तित्व निर्माण में सहयोगी हैं। भविष्य में मनुष्य को सामाजिक जीवन मे प्रेरणात्मक तरीके से समन्वय बनाकर समाज के बीच कार्य कर बेहतर व्यक्तित्व निर्माण करना चाहिए।

पंचकोश परिकल्पना :

बालक के व्यक्तित्व का विकास करना है तो उनके पांच प्रकार के कोशों का विकास अत्यावश्यक है। बालक का विकास वृताकार हो। प्रत्येक कोश कुछ विशिष्ट विशेषताएं प्रदर्शित करती हैं। एक बच्चे का समग्र विकास इन पांच परतों के पोषण ध्यान में रखता है। इनमें से प्रत्येक कोश के विकास के लिए विशिष्ट प्रकार के अभ्यास को बनाया गया है।

हालाँकि, इन अभ्यासों को इस बात को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है कि कोश आपस में जुड़े हुए हैं और इसलिए मुख्य रूप से एक पर ध्यान केंद्रित करने वाली गतिविधियाँ दूसरों के विकास में भी योगदान देंगी। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा पेश की है जो पारंपरिक भारतीय ‘‘पंचकोष विकास’’ सिद्धांत पर आधारित है तथा इसमें बच्चों के शारीरिक, प्राणमय, मानसिक, बौद्धिक और चेतना संबंधी विकास की संकल्पना है। पंचकोश मानव अनुभव और समझ में शरीर और मन के महत्व का एक प्राचीन व्याख्या है। मानव विकास के लिए यह गैर-द्वैतवादी दृष्टिकोण अधिक समग्र शिक्षा की दिशा में स्पष्ट मार्ग और दिशा प्रदान करता है।

सम्मेलन में ये भी होगा :

जिला प्रवासी मूलचंद सारस्वत ने बताया कि सम्मेलन में विषयों की आधारभूत संकल्पना, शिक्षण सहायक सामग्री,सुलेख, स्पोकन इंग्लिश, 21 वीं सदी के कौशल, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण, नागरिक कर्तव्य, विद्यालय के शिक्षण विषयों पर प्रशिक्षण व अनेक शैक्षिक विषयों पर मंथन एवं क्रियान्विति पर चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनेक कार्यकर्ता योगदान दे रहे हैं। तीन दिवसीय कार्यक्रम में क्षेत्रीय और प्रान्तीय अधिकारियों का सान्निध्य प्राप्त होगा।

इस अवसर पर प्रबन्ध प्रमुख आशीष डागा समिति सदस्य इन्द्रचंद झंवर, आदर्श छाजेड़, तेजमल कांकरिया, भंवरलाल डूडी, शंकरलाल डूडी,डूंगरदान चारण, धीरज चारण, सुमेर सिंह, ओमप्रकाश मोदी, महावीर सेवग, ममता करवा, संगीता चौधरी आचार्य – दीदी उपस्थित रहे।