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SHRI DUNGARGARH : पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर टंकी पर चढ़े थे युवक, एएसपी शिवरान की सूझ-बूझ से मामला सुलझा

RNE, SHRI DUNGARGARH (BIKANER) .

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में दो युवक पानी की टंकी पर चढ़कर और लगभग 11 घंटे तक नहीं उतरे। मैसेज वायरल किया कि वे जहर की बोतल लेकर गये हैं। मांगें नहीं मानी गई तो जहर पीकर जान दे देंगे। ऐसे में पूरे शहर में तनाव फैला और पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पूरे दिन मान-मनौवल चलती रही। यहां तक कि अनहोनी की आशंका देखते हुए मौके पर एंबुलेंस बुला ली। टंकी के नीचे जाल बिछाना शुरू कर दिया। इन सबके बीच आखिरकार लगभग 11 घंटे बाद शाम को समझाइश ने असर किया और दोनों नीचे उतर आये।

मामला यह है : नौसरिया और सुखराम टंकी पर चढ़े


श्रीडूंगरगढ की वाल्मीकि बस्ती स्थित पानी टंकी पर भीम सेना के प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र मेघवाल नौसरिया और उनके साथी सुखराम पानी की टंकी पर चढ़ गए। इसके साथ ही मैसेज वायरल कर दिया कि पुलिस ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया है। दावा किया कि इसलिये जहर की बोतल लेकर चढ़े हैं। देखते ही देखते पूरे शहर में यह सूचना आग की तरह फैल गई। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसडीएम उमा मित्तल, सीओ निकेत पारीक, तहसीलदार राजवीरसिंह, एसएचओ इंद्रकुमार आदि इनमें शामिल रहे।

सुखराम की मां के भी चढ़ने की खबर आई : 

एक ओर पुलिस-प्रशासन ऊपर चढ़े प्रदर्शनकारियों को उतारने के प्रयास में जुटी थी कि इसी बीच खबर आई कि प्रदर्शनकारी सुखराम की मां मूलीदेवी भी दोपहर बाद टंकी पर जा पहुंची। लगातार बढ़ते तनाव के बीच एडिशनल एसपी प्यारेलाल शिवरान भी मौके पर पहुंचे। एंबुलेंस बुलाई। जाल बिछाया और इसके साथ ही बातचीत के दौर भी चले। आखिरकार एएसपी शिवरान की सूझबूझ से मामला हल होने के करीब पहुंचा और आश्वासन पर प्रदर्शनकारी टंकी से उतरे।

मामला क्या है :

प्रदर्शनकारी राजेन्द्र नौसरिया का आरोप है कि श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस ने उनकी ओर से दिये गये तीन परिवारों पर एफआईआर तक दर्ज नहीं की। इससे इतर परिवाद में जिन्हें आरोपी बनाया गया है उन्हें बुलाकर मेरे खिलाफ ही मामला करवा दिया। पुलिस पर मिलीभगत कर परेशान करने का आरोप नौसरिया ने लगाया। एडिशन एसपी शिवरान ने पूरे मामले की पारदर्शी जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया।