Rajasthan Police : 09 दिन, 445 मामले, 35 करोड़ का नशा जब्त 476 अपराधी गिरफ्तार
- सरगनाओं का आपराधिक डोजियर हो रहा तैयार
RNE, NETWORK .
नशे पर नकेल लगाने और सरगनाओं को सबक सिखाने के राजस्थान पुलिस ने 15 मई से जो विशेष अभियान शुरू किया उसके पहले 09 दिनों में ही हैरान करने वाली कार्रवाइयां सामने आई है। नशे का जो जखीरा पकड़ा गया है, वह संभवतया इतनी कम अवधि में अब तक का सबसे ज्यादा है। पकड़े गया कुल नशे की मात्रा की ही बात करें तो यह मात्रा 14.58 लाख किलो है। अभियान की अवधि 15 दिन तय की गई है, जिसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू ने बताया कि इस विशेष अभियान के तहत अब तक प्रदेशभर में 445 प्रकरणों में 476 व्यक्तियों को गिरफ्तार करते हुए 34.97 करोड़ रुपये के मादक पदार्थों को जब्त किया गया है। इसके साथ ही मादक पदार्थों के उद्गम स्रोत पर भी कार्रवाई की गई है।
जानिए कौनसा नशा, कितना पकड़ा गया :
- 14.55 लाख किलोग्राम डोडा पोस्त
- 14.11 किलोग्राम डोडा
- 19.7 किलोग्राम गांजा
- 31 किलोग्राम गांजे के पौधे
- 36 किलोग्राम अफीम
- 9.7 किलोग्राम स्मैक
- 3 किलोग्राम अफीम का दूध
- 2.5 किलोग्राम हेरोइन
- 7.96 किलोग्राम अन्य साइकोट्राफिक पदार्थ
इसलिए नशे पर हमला जरूरी :
डीजीपी साहू का कहना है, नशाखोरी एक बेहद जटिल समस्या है, जिससे प्रदेश के सामाजिक ताने-बाने को क्षति पहुंचने के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। नशे की लत से लोगों के निजी जीवन में अवसाद पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं पैदा होती है। इसी परिप्रेक्ष्य में राजस्थान पुलिस द्वारा प्रदेश में नशाखोरी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए यह विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
ये रहे साथ, ऐसे किया काम :
साहू ने बताया कि इस अभियान के तहत जयपुर और जोधपुर के पुलिस उपायुक्तों के अलावा जीआरपी अजमेर एवं जोधपुर सहित समस्त जिलों के पुलिस अधीक्षकों को उनके क्षेत्र में संचालित विद्यालय, महाविद्यालय या छात्रावासों के निकट स्थित डेयरी बूथ, पान की दुकान या चाय की थड़ी आदि पर मादक पदार्थों के विक्रय पर भी प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि ऐसे स्थानों पर इनकी बिक्री पर रोक लगाई जा सके। इन पुलिस अधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में बीट कांस्टेबल, बीट प्रभारी एवं थानाधिकारियों की इस अभियान में जिम्मेदारी तय करते हुए धरातल पर ठोस एवं प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन पर नजर :
डीजीपी ने बताया कि कि इस अभियान के तहत जिलों में मादक पदार्थों की तस्करी परिवहन एवं आपूर्ति के आदतन अपराधियों की गतिविधियों के बारे में सूचना संकलित कर लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही आवश्यकतानुसार दुकान, आवास एवं गोदामों की तलाशी भी ली जा रही है।
अब सरगनाओं की बारी :
साहू ने बताया कि इसके अलावा अभियान में मादक पदार्थों के परिवहन, तस्करी एवं आपूर्ति से जुड़े पूर्व के मामलों में स्थाई वारंट एवं गिरफ्तारी वारंट के वांछित अपराधियों की धरपकड़ भी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों को मादक पदार्थों की तस्करी के सरगनाओ का आपराधिक डोजियर तैयार करने के भी निर्देश दिए गए है। इसके तहत उनके विरुद्ध दर्ज् सभी प्रकरण,अपराध से अर्जित संपत्ति, लंबित प्रकरण एवं इन प्रकरणों में पेशी की तारीख जैसी महत्वपूर्ण सूचनाओं को समाहित किया जा रहा है। उक्त संकलित सूचनाओं आधार पर आगामी दिनों में चिन्हित अपराधियों के विरूद्ध निषेधीकरण एवं संपति जप्ती की कार्यवाही प्रचलित प्रावधानों के अन्तर्गत की जायेगी।