25 दिन में केदारनाथ धाम की 940 किमी पैदल यात्रा पूरी कर लौटा राकेश, हुआ स्वागत
- सनातन धर्म की आस्था को प्रगाढ़ किया हैं राकेश ने – कामिनी विमल भोजक मैया
- राकेश सेवग का विश्वास धर्म के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन – एडोवेक्ट शिवचंद भोजक
आरएनई, बीकानेर।
सामाजिक सरोकारों की अग्रणी संस्था कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया, शाकद्वीपीय बंधु चेरीटेबल ट्रस्ट, भाई बंधू चेरीटेबल ट्रस्ट, श्यामोजि वंशज प्रन्यास ट्रस्ट, और विकास मेमोरियल फाउंडेशन की तरफ से नोखा निवासी युवा राकेश सेवक का शाल, माला, श्रीफल, प्रतीक चिन्ह देकर “सनातन रक्षक सम्मान” किया गया।
नत्थुसर गेट के बाहर स्थित श्यामौजी वंशज प्रन्यास परिसर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए फाउंडेशन की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा कि जिस तरह राकेश सेवग ने वर्तमान परिदृश्य में अकेले ही बिना संसाधनों के नोखा से चार धाम में से एक केदार नाथ धाम की पदयात्रा सफलतम पूर्ण की है उस से ये साबित होता है की सनातन धर्म की जड़े और आस्था आज भी कायम है इसी को प्रगाढ़ साबित किया हैं राकेश सेवक ने।
श्यामौजी वंशज प्रन्यास के महामंत्री एडवोकेट शिवचंद भोजक ने अपने उद्बोधन में कहा की राकेश सेवक का इतनी तेज गर्मी में अकेले ही सैकड़ों कोश पैदल चलना इनके अपने धर्म के प्रति विश्वास को साबित करता है और लोगो को सीख देता है की आस्था सबसे बड़ी चीज होती है।
शाकद्विपीय ब्राह्मण बंधू चेरीटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष आर के शर्मा ने कहा कि मानव का कार्य अपने आप को साबित करना होता है और राकेश ने अपनी काबिलियत से ये जता दिया कि आज के दौर में भी आप अपने आराध्य के प्रति अपना विश्वास रखो सब सफल होगा
विकास मेमोरियल के विनोद भोजक ने कहा कि राकेश उन सभी युवाओं के लिए प्रेरक है जो आज के दौर में आध्यात्मिक दर्शन क्षेत्र से बाहर हो चुके है वे इसकी प्रासंगिकता को नही मानते। भाई बंधू चेरीटेबल ट्रस्ट के दुर्गादत भोजक ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपकी किसी के प्रति अटूट श्रद्धा का उदाहरण है राकेश सेवग। रानी बाजार मंडल अध्यक्ष नरसिंह सेवग ने स्वागत उद्बोधन दिया।
नितिन वत्सस ने संचालन करते हुए बताया कि नोखा निवासी राकेश सेवक ने 940 किलोमीटर की लंबी पदयात्रा अकेले ही पूरी करके केदारनाथ धाम पहुंचे इस भीषण गर्मी में भी उनका विश्वास कमजोर नही हुआ इसलिए बीकानेर शाक द्वीपीय समाज ने इनको सनातन रक्षक सम्मान से समानित किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी बजरंगलाल सेवग, जेठमल उर्फ बाबूलाल शर्मा, पंडित गिरधर शर्मा, नगर सेठ श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर पुजारी जेठमल सेवग, मूलचंद सेवग, पूनमचंद शर्मा, पेंटर बाबूलाल शर्मा, शिक्षाविद जेठमल शर्मा, महेश शर्मा, सुश्री ध्रुविका शर्मा सुरेन्द्र शर्मा, सहित गणमान्य जन मौजूद थे।