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स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर को हरा भरा बनाने व पौधों की देखरेख करने का प्रण लिया

RNE, Bikaner.   

राजकीय महारानी सुदर्शन कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तृतीय एवं इकाई चतुर्थ के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम अधिकारी अंजू सांगवा और सुनीता बिश्नोई एवं स्वयंसेवकों द्वारा “अमृत पर्यावरण महोत्सव” कार्यक्रम के तहत ग्रीन केंपस इनीशिएटिव गतिविधि का आयोजन किया गया साथ ही भारत सरकार के कार्यक्रम “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अंतर्गत विविध पौधे लगाकर तथा वर्ष पर्यन्त उन पौधों की देखरेख करने की शपथ लेकर महाविद्यालय परिसर को हरा भरा बनाने का प्रण लिया गया।

कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ नंदिता सिंघवी तथा अमृत पर्यावरण महोत्सव कार्यक्रम प्रभारी डॉ आभा ओझा व कार्यक्रम के अतिथि राजस्थान के प्रसिद्ध इतिहादविद अरविंद भास्कर और राजकीय डूंगर महाविद्यालय के इतिहास विषय के सहायक आचार्य डॉ श्रीराम नायक तथा महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी उस्मान अली ने स्वयंसेवको के साथ मिलकर विविध प्रजाति के पौधे लगाए।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ नंदिता सिंघवीं ने कहा कि पदम् पुराण के अनुसार बड़े वृक्ष देव स्वरूप है पीपल भगवान विष्णु, वट भगवान रुद्र व उनके पत्ते ब्रह्म स्वरूप होते हैं इन सब के दर्शन, पूजा व सेवा से पाप, दुख,आपत्ति, रोग व दुष्टों के विनाश में सहायक है उन्होंने स्वयं सेवकों को महाविद्यालय,अपने घर, विभिन्न उद्यानों एवं मंदिर परिसर में पौधारोपण करने के लिए प्रेरित किया साथ ही उन्होंने जामुन का पेड़ लगाकर उसका रखरखाव करने का प्रण लिया।

डॉ आभा ओझा ने बेजुबान जीव जंतुओं के लिए पानी की व्यवस्था के लिए छात्राओं को प्रेरित किया तथा पालसीओ में पानी भरा। कार्यक्रम अधिकारियों अंजू सांगवा व सुनीता बिश्नोई द्वारा ग्रीन केंपस इनीशिएटिव गतिविधि के तहत वॉलिंटियर्स के ग्रुप बनाकर महाविद्यालय परिसर को हरा भरा बनाने की रूपरेखा तैयार करते हुए समूहों के बीच लगाए गए पौधों की देखरेख करने की जिम्मेदारी का विभाजन किया गया। कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेविकाएं निकिता प्रजापत, स्वरुप शर्मा, रेणुका गौड तथा अन्य उपस्थित रही।