Shriganganagar : एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने लाठियां बजा तितर-बितर किया
- श्रीगंगानगर : NSUI के कार्यकर्ताओं-पुलिस में धक्कामुक्की
- Shriganganagar : छात्रसंघ चुनाव की मांग कर रहे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर लाठियां
- कलेक्टर को बाहर बुलाने की मांग पर अड़े छात्र
- छात्रों ने धक्का देकर कलेक्ट्रेट का मुख्य दरवाजा खोला
- पुलिस ने लाठियां भाँज खदेड़ा
RNE Network Shriganganagar.
राजस्थान में छात्र संघ चुनाव की मांग के बीच हर दिन कहीं न कहीं पुलिस-स्टूडेंट के बीच झड़प की खबर आ रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को श्रीगंगानगर में NSUI के कार्यकर्ता और पुलिस आमने-सामने हो गए। एकबारगी धक्का-मुक्की के साथ तनाव बढ़ गया। अपने साथी को पुलिस से बचाने कई छात्र सड़क पर उसके इर्द-गिर्द लेट गए। आखिर पुलिस ने डंडे बजाकर छात्रों को खदेड़ा।
दरअसल छात्रसंघ चुनावों को लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छा़त्रों की पुलिसकर्मियों के साथ कई बार झड़प भी हुई। करीब घंटा भर चले इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को कलेक्ट्रेट के आगे से तितर-बितर कर दिया।
कलेक्ट्रेट के गेट को धकेला, खोला :
इससे पहले साढ़े 12 बजे एनएसयूआई कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग को लेकर यहां जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। एकबारगी तो उन्होंने कलेक्ट्रेट के मेन गेट को धक्का देकर खोल लिया, लेकिन पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें वहां से खदेड़ दिया और गेट को फिर से बंद कर लिया। छात्र गेट के बाहर सड़क के बीचों-बीच बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
कोतवाली थानाधिकारी पृथ्वीपाल सिंह ने कई बार उनसे समझाइश का प्रयास किया। थानाधिकारी ने कहा, 5 छात्रों का शिष्टमंडल कलेक्ट्रेट में जाकर अपनी मांग का ज्ञापन दे आए। छात्र नहीं माने और कलेक्टर को बाहर बुलाने की बात पर अड़ गए। इसके साथ ही सड़क पर ही सभा शुरू कर दी।
इन्होंने किया संबोधित :
सभा को संबोधित करते हुए यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष करण सहारण, एनयूआई के हिमांशु सिसोदिया, पवन नंदीवाल, विनय मेघवाल व अन्य वक्ताओं ने कहा कि 5 जनो का शिष्टमंडल पिछले एक साल से कलेक्ट्रेट में जा रहा है। सात दिन तक एनएसयूआई छात्रों ने कलेक्ट्रेट के बाहर भूख हड़ताल की, तब भी 5 जनों का डेलीगेशन जाता रहा, लेकिन एक साल हो गया और नतीजा वहीं ढाक के तीन पात रहा। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाती, तब तक यहां से वे उठने वाले नहीं हैं।
फिर जोर आजमाइश :
इस बीच एक बार फिर कार्यकर्ता उठकर कलेक्ट्रेट के द्वार की तरफ बढ़े और अंदर जाने के लिए जोर आजमाइश करने लगे। इस बीच दो-तीन छात्र गेट के उपर चढ़ गए लेकिन आरएसी के जवानों ने लाठियों से उन्हें पीछे धकेल दिया। जब दो-तीन बार पुलिस व छात्रों के बीच तनातनी का माहौल हुआ तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए छात्रों को वहां से तितर-बितर कर दिया।
आखिर 05 छात्र कलेक्टर से मिले :
इसके बाद एक बार फिर 5 जनों के शिष्टमंडल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को छात्र संघ चुनाव को बहाल करने मांग का ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि नई सरकार ने चुनावी मुद्दे में छात्र संघ चुनाव कराने की घोषणा की थी, लेकिन अनेक बार धरना-प्रदर्शन किए जाने के बाद भी ऐसा नहीं किया गया। मजबूरन उनको इस प्रकार सड़कों पर धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है।प्रेस फोटोग्राफर-छात्र में तू,तू-मैं, मैं :
प्रदर्शन के दौरान एक वाकया यह हुआ कि प्रेस फोटोग्राफर इस प्रदर्शन की कवरेज कर रहे थे, तभी एक छात्र बार-बार उनके कैमरे के आगे आ रहा था। फोटोग्राफर ने दो-तीन बार उसे ऐसा करने से रोका, उसके बाद दोनों में तू-तू मैं-मैं हो गई और मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। पुलिस और साथी पत्रकारों ने बीच-बचाव कर मामले को सुलझाया।