रामलाल खुड़िया, पुनीत स्वामी, मुकेश रावत, रामस्वरूप धायल को भाजपा प्रदेश ओबीसी मोर्चा में पदाधिकारी-सदस्य बनाया
आरएनई, बीकानेर।
भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष चंपालाल गेदर ने अपनी प्रदेश टीम घोषित की है। पदाधिकारियों और प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों सहित 31 सदस्यों वाली इस टीम में बीकानेर से चार कार्यकर्ताओं केा जगह दी गई है।
इन चार में रामलाल खुड़िया को सह मीडिया प्रभारी बनाया गया है। पुनीत स्वामी, मुकेश रावत और रामस्वरूप धायल को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के तौर पर टीम में शामिल किया गया है।
बीकनेर पर इतना फोकस इसलिये:
विधानसभा चुनाव में बीकानेर क्लस्टर की 24 में से एक भी सीट पर मूल ओबीसी को टिकट देने से चूकी भाजपा अब ओबीसी वर्ग के वोटों पर पकड़ बनाये रखने के लिए प्रदेश टीम से लेकर राजनीतिक नियुक्तियों तक में इस संभाग के कार्यकर्ताओं को तवज्जो देकर राजी करने में जुटी है।
पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले चंपालाल गेदर को ओबीसी मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। चंपालाल गेदर उस वक्त कोलायत से टिकट मांग रहे थे जब देवीसिंह भाटी पार्टी में नहीं थे। पार्टी में वापसी के साथ ही भाटी के पोते अंशुमानसिंह को टिकट दिया गया। ऐसे में चंपालाल बेटिकट रह गए। इसी तरह श्रीडूंगरगढ़ से टिकट मांग रहे पूर्व अध्यक्ष रामगोपाल सुथार को टिकट नहीं दिया गया। यहां से मूल ओबीसी के किसनाराम लगातार चुनाव लड़ते रहे हैं। ऐसे में इस सीट पर मूल ओबीसी अपना बड़ा दावा मानती थी। इससे इतर यहां से ताराचंद सारस्वत को टिकट दिया और वे जीते भी। ऐसे में संदेश यह गया कि बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू चार जिलों की 24 सीटों में से एक पर भी मूल ओबीसी को भाजपा ने मैदान में नहीं उतारा।
इसी की क्षतिपूर्ति के लिए रामगोपाल सुथार को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से एन पहले विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। कहा जा रहा है कि चुनाव बाद बोर्ड अध्यक्ष को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया जाएगा। ऐसे में ओबीसी वोटों पर पकड़ बरकरार रखने और चौथी बार मैदान में उतरे अर्जुनराम मेघवाल की जीत को आसान बनाये रखने के लिए ओबीसी मोर्चा में युवा कार्यकर्ताओं को भी जगह दी गई है।