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Severe Heatwave in Rajasthan : 44 से 47° तापमान, तीन दिन 48° पार का अनुमान

  • Bikaner सुबह 10 बजे 41°
  • राजस्थान में गर्मी : छुट्टियां रद्द, हॉस्पिटलों में बर्फ, सड़कों पर पानी
  • सीवियर हीट वेव इन राजस्थान: एंटीसाइक्लोनिक सर्कुलेशन बना,
  • चीफ सेक्रेट्री की हिदायत, कलेक्टर फील्ड में, चिंता-जानलेवा न हो जाएं लू
  • लोग बरतें एहतियात, बिना काम बाहर न निकलें, ठंडी जगह बैठें

RNE Network Bikaner-Rajasthan. 

पिछले सप्ताहभर से 44 डिग्री से ऊपर तप रहे राजस्थान में अब आज से हालात और विकट होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक एंटीसाइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। ऐसे मंे अभी जो तापमान 44 से 47 डिग्री के बीच चल रहा है वह 45 से 49 डिग्री के बीच जा सकता है। ये हालात अगले तीन दिन लगातार रहेंगे। ऐसे में अगर अनुमान के बीच का ही आंकड़ा मानें तो प्रदेश में तापमान 48 डिग्री तक पहुंच सकता है। खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान में बीकानेर, जोधपुर संभाग और भरतपुर संभाग में गर्मी का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल सकता है। मौसम के लिहाज से बनाया गया राजस्थान का लगभग पूरा नक्शा लाल-रंग (रेड अलर्ट) से भर चुका है।

Rajasthan Weather Map :आज लाल, तीन दिन ये हाल :

सीएस सख्त : मीटिंग-मॉनिटरिंग :

चीफ सेक्रेट्री सुधांश पंत लगातार फिजिकल और वीसी के जरिये मीटिंग्स ले रहे हैं।

बीते कुछ समय से देखें तो मौसम विभाग के अनुमान कमोबेश सटीक जा रहे हैं। ऐसे में इन अनुमानों के आधार पर सरकार पूरी तरह हाई अलर्ट मोड पर आ गई है। चीफ सेक्रेट्री सुधांश पंत लगातार फिजिकल और वीसी के जरिये मीटिंग्स ले रहे हैं। उनके निर्देश के बाद स्वास्थ्य, बिजली, पानी विभाग के सचिवों ने सभी कर्मचारियों-अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करने का आदेश दिया है। सभी को मुख्यालय पर रहने को कहा गया है। इनके साथ ही जिन शहरों में तापमान अधिक है वहां के स्थानीय निकायों को सड़कों पर पानी छिड़कने का भी निर्देश है। ऐसे मंे प्रदेश में बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर सहित कई शहरों में दोपहर के वक्त सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू हो गया है।

इतने पानी से बीकानेर की प्यास कितने दिन बुझेगी : कुछ ऐसी ही चिंता कलेक्टर नम्रता के चेहरे पर, शायद संतुष्ट कर रहे जलदाय अधिकारी राजेश पुरोहित। 

कलेक्टर्स फील्ड में: मौके पर जाकर देख रहे पानी, बिजली, स्वास्थ्य के हालात

सरकार के निर्देश के साथ ही पूरे राजस्थान के कलेक्टर्स हाई अलर्ट मोड पर आ गए है। बीकानेर में कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने उस शोभासर झील पर जाकर पानी की उपलब्ध मात्रा देखी है जहां से शहर को जलापूर्ति होती है। अधिकारियों के साथ मौके पर ही सवाल-जवाब कर जाना कि कितने दिन की आपूर्ति लायक पानी मौजूद है। कितनी मात्रा दी जा रही है। गर्मी के साथ डिमांड बढ़ी है। इसे कैसे पूरी करेंगे।

सबसे बड़ी जरूरत पानी, छांव, बिजली

बात सिर्फ पानी तक सीमित नहीं रही। वह उपलब्ध भी है और बिजली बंद हो गई तो घरों तक पहुंचाना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में बिजली के अधिकारियों से भी लाइनों की मेंटीनेंस, बिजली की उपलब्धता, वितरण के बारे में पूछा। कहा, फाल्ट आते ही तुरंत ठीक किये जाएं इसके बंदोबस्त होने चाहिए।

इसके अलावा हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट, पीएमओ, सीएमएचओ, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल के साथ मीटिंग-बात कर हॉस्पिटलों में सीजनल डिजीज के बैड आरक्षित रखने को कहा। अभी कितने बैड है, कितने चाहिए, कैसे इंतजाम होगा आदि सवाल किये।

ये बताओ कि किसी को लू लगी तो यहां इलाज कैसे होगा? शायद बज़्जू के ग्रामीण हॉस्पिटल में ये है कलेक्टर का सवाल!

चूंकि शहर मंे हालात जैसे-तैसे काबू किये जा सकते हैं लेकिन गांवों मं स्थिति संभालना काफी मुश्किल हो सकता है। ऐसे मंे कलेक्टर ने बज्जू में रात्रि चौपाल लगा सभी विभागों के अधिकारियों से न केवल बात की वरन ग्रामीणों से भी हालात जानें। घरों मंे जाकर पेयजल आपूर्ति देखी और हॉस्पिटल में बैड के इंतजाम।

चाहे कितनी गर्मी हो, अपना पेट पालने, बच्चों को दूध पिलाने के लिए हमें तो सड़क पर उतरना ही है। जहां छांव मिले वहां लगा लेते हैं दुकान।

बिजली अधिकारियों ने मुख्यालय छोड़ा तो सख्त कार्रवाई: एटूरू

जयपुर, जोधपुर, अजमेर डिस्कॉम के चेयरमैन भानू प्रकाश एटूरू ने आदेश दिया है कि फील्ड में तैनात कोई बिजली अधिकारी छुट्टी नहीं लेगा। किसी भी अभियंता-अधिकारी ने फील्ड मुख्यालय छोड़ा तो सख्त कार्रवाई होगी। एटूरू का कहना है, पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के लिए बिजली निर्बाध रहनी जरूरी है। इसलिये सभी नियंत्रण कक्षों में भी 24 घंटे जिम्मेदार मौजूद रहें।

देखें बिजली अधिकारियों के लिये एटूरू का आदेश:


अवैध बूस्टर्स बंद करेंगे, बिजली काटेंगे, पुलिस की मदद लेंगे: समित शर्मा

गर्मी में सबसे बड़ी संकट की स्थिति पेयजल की कमी होने पर हो सकती है। इसी को देखते हुए पीएचईडी सेक्रेट्री समित शर्मा इस महीने की शुरूआत में ही सभी कलेक्टर्स को एक पत्र लिख चुके हैं। इसे फिर से सभी को जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि गर्मी में और खासतौर पर मई-जून में पानी का बंदोबस्त करने के लिए सभी काम पहले स्वीकृत किये जा चुके हैं।

इनकी मॉनीटरिंग डे-बाइ-डे हो रही है। वीकली रिव्यू हो रही है। इसके साथ ही कई हिदायतें दी गई है। इनमें कहा गया है कि अवैध बूस्टर की वजह से जहां आखिरी छोर तक पानी पहुंचने मंे दिक्कत हो रही है वहां इनके खिलाफ कार्रवाई करें। इसके लिए जरूरत हो तो पुलिस की मदद लें। इतना ही नहीं अवैध बूस्टर्स से बचने के लिए कुछ चिह्नित इलाकों में जलापूर्ति के समय बिजली बंद भी करवाई जा सकती है। यह ध्यान रखने की हिदायत हैं कि इन उपायों से दूसरे ऐसे लोग परेशान न हों जो वैध तरीके से पानी ले रहे हैं।

पानी की परेशानी है तो इन्हें फोन करें:

डॉक्टर, नर्सिंग, पैरामेडिकल की छुट्टियां बंद: डा.माथुर

स्वास्थ्य निदेशक डा.रवि प्रकाश माथुर ने सचिव शुभ्रासिंह के निर्देश पर एक परिपत्र जारी कर प्रदेश मंे सभी डॉक्टर्स, पैरामेडिकल, नर्सिंग स्टाफ आदि की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। सभी को हिदायत है कि मुख्यालय नहीं छोड़ें। इसके साथ ही जो हिदायतें दी हैं वे इस प्रकार है:-

मौसम विभाग की बात:

मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है, 72 घंटा में राजस्थान के अधिकांश इलाकों मंे सीवियर हीट वेव का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर बीकानेर, जोधपुर, कोटा, जयपुर, भरतपुर संभाग मंे तापमान 48 डिग्री तक पहुंच सकता है।

सुबह 10 बजे ये हाल : बीकानेर 41° 

  • जयपुर          38°
  • श्रीगंगानगर   35.2°
  • चुरू             38.6°
  • जोधपुर         38°
  • बीकानेर        41°
  • जैसलमेर      39°
  • उदयपुर       39°
  • कोटा          38.6°

  • कंटेन्ट-फोटो-प्रेजेंटेशन  : अभिषेक पुरोहित, मनोज आचार्य