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संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक कल से बेंगलुरु में शुरू होगी, तीन दिन चलेगी यह बैठक, बांग्लादेश में अत्याचार पर होगा प्रस्ताव पारित

RNE Network

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ( एबीपीएस ) की तीन दिवसीय बैठक 21 मार्च से बेंगलुरु में शुरू होगी। जिसमें बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार पर प्रस्ताव पारित किया जायेगा।संघ के 100 साल पूरे होने पर शताब्दी समारोह पर भी एक प्रस्ताव पारित किया जायेगा। संघ के राष्ट्रीय प्रचार प्रभारी सुनील आम्बेकर ने मीडिया को बताया कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा तीन दिवसीय बैठक के दौरान दो प्रस्ताव पारित करेगी। पहला प्रस्ताव बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम, हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और आगे की राह पर होगा।दूसरा प्रस्ताव पिछले 100 वर्षों में आरएसएस की यात्रा, शताब्दी वर्ष के दौरान की गई गतिविधियां और आगे की राह पर होगा। प्रतिनिधि सभा का उद्घाटन 21 मार्च को जनसेवा विद्या केंद्र, चननेहली में सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत व सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले संयुक्त रूप से करेंगे।बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा, राष्ट्रीय महासचिव ( संगठन ) बी एल संतोष, विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार और मिलिंद परांडे सहित संघ से जुड़े 32 संगठनों के प्रमुख शामिल होंगे।

रानी अब्बक्का पर भी वक्तव्य:

प्रतिनिधि सभा योद्धा रानी अब्बक्का के 500 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक वक्तव्य भी जारी करेगी। उनका जन्म 1525 में हुआ था और वे कर्नाटक की रहने वाली थी। वक्तव्य में रानी के अद्वितीय योगदान को मान्यता दी जाएगी।