
Vipra Foundation : जयपुर में मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियाँ, अरुणाचल में 54 फीट मूर्ति कार्य प्रगति पर
- गुरुजी का सनातनियों से श्री परशुराम जन्मोत्सव को लोकपर्व का स्वरूप देने का आह्वान
RNE Network.
विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव को लोकपर्व के रूप में मनाने का आह्वान किया गया। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ‘गुरुजी’ ने सभी सनातन धर्मावलंबियों से आग्रह किया कि वे समरसता के प्रतीक, चिरंजीवी भगवान परशुराम के आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाएं और समाज को तेजस्वी बनाने में सहभागी बनें।
जूम पर हुई बैठक में 27 से 30 अप्रैल तक जयपुर में प्रस्तावित मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। साथ ही, विप्र फाउंडेशन द्वारा निर्माणाधीन श्री परशुराम ज्ञानपीठ नामक सेंटर फॉर एक्सीलेंस एंड रिसर्च के प्रबंधन का प्रारूप भी पारित किया गया। इस हेतु 13 सदस्यीय प्रबंधन समिति का अनुमोदन किया गया, जिसमें राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक ओमेन्द्र भारद्वाज को अध्यक्ष तथा सेवानिवृत्त आईपीएस हरिप्रसाद शर्मा को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
सुशील ओझा ने बताया कि संयोजक परमेश्वर शर्मा की अगुवाई में अरुणाचल प्रदेश में श्री परशुराम की 54’ मूर्ति स्थापना का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है। ज्ञानपीठ के लोकार्पण के पश्चात समस्त शक्ति इस कार्य में समर्पित की जाएगी।
बैठक का संचालन डॉ. सुनील शर्मा सीए ने किया। रमेश शर्मा ने कार्य विवरण प्रस्तुत किया। सत्यनारायण श्रीमाली एवं सतीश चंद्र शर्मा ने ज्ञानपीठ निर्माण की प्रगति रिपोर्ट दी। महावीर प्रसाद शर्मा ने आर्थिक विवरण प्रस्तुत किया। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा आयोजन की जानकारी पवन पारीक द्वारा दी गई। अंत में बनवारीलाल सोती ने शुभेक्षा एवं आभार ज्ञापन किया।