विश्वनाथ मेघवाल का हमला, जीत के लिये जिले बनाये, रेवड़ियां बांटी, सफल नहीं हुए
- खाजूवाला विधायक ने कहा, संविधान नहीं कांग्रेस खतरे में है
RNE, Bikaner.
राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को उस समय रोचक स्थिति पैदा हो गई जब पिछली सरकार की ओर से नये जिले बनाने के मसले पर सटते विधानसभा क्षेत्रों के दो विधायक एक-दूसरे पर पलटवार करते दिखे। एक ने जिले बनाने को रेवड़ियां बांटना कहा वहीं दूसरे ने पलटवार करते हुए जिला बनाना उचित बताया।
दरअसल खाजूवाला के विधायक डा.विश्वनाथ मेघवाल ने विधानसभा में बजट पर चल रही चर्चा में भागीदारी करते हुए नई जिले बनाने पर तंज कसा। डा.मेघवाल ने कहा, पिछली सरकार में जीत के लिये जिलों की रेवड़ियां बांटी गई लेकिन जीतने में भी सफल नहीं हो सके। उनका इशारा बीकानेर को तोड़कर अनूपगढ़ जिला बनाने की तरफ था।
दरअसल मेघवाल की बात का अर्थ यह भी निकाला जा रहा है कि पूर्वमंत्री और खाजूवाला के पूर्व विधायक गोविंदराम मेघवाल ने अनूपगढ़ जिला बनवाने का प्रयास किया लेकिन खाजूवाला विधानसभा सीट पर ही उन्हें हार मिली।
संयोगवश डा.मेघवाल के तुरंत बाद कांग्रेस की शिमलादेवी नायक को बोलने का अवसर मिला जो अनूपगढ़ से विधायक हैं। उन्होंने खाजूवाला विधायक की बात पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा, जिला बनाना हमारा हक और मांग थी। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने हमें हमारा हक दिया है। भाजपा सरकार यह बताये कि वे अनूपगढ़ को जिला मानते हैं या नहीं। मानते हैं तो हमें जिले के रूप में अधिकार दें। उन्होंने हॉस्पिटल के क्रमोनयन सहित कई मुद्दे उठाये।
इससे पहले खाजूवाला विधायक डा.मेघवाल ने भजनलाल सरकार के बजट को सराहा और कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा, संविधान की किताब लेकर संविधान को खतरे में बताने वाले जानते हैं कि संविधान नहीं वरन कांग्रेस खतरे में हैं। इसलिये अब कांग्रेस को बचाने के लिये संविधान की दुहाई दे रहे हैं।