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हियरिंग लॉस से निजात दिला रहा कॉक्लियर इंप्लांट, बीकानेर में 180 का इलाज

World Hearing Day : Changing mindsets : Let’s make ear and hearing care a reality for all!

RNE, Bikaner.

प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर के दिए जीवन को अच्छे से जीने का पूरा अधिकारी है। यदि कोई शारीरिक कमी रह जाती है तो  मेडिकल सांइस की मदद से उन समस्याओं से निजात पायी जा सकती है।  ऐसा ही श्रवणबाधिता या हियरिंंग लॉस के बारे में कह सकते हैं। बस, माइंडसेट बदलते की जरूरत है। कॉक्लियर इंप्लांट के जरिये इस कमी को दूर कर सकते हैं।

यह कहना ईएनटी के प्रोफेसर और एसपी मेडिकल कॉलेज के ईएनटी डिपार्टमेन्ट हैड डॉक्टर गौरव गुप्ता का। मौका था वर्ल्ड हियरिंग डे के मौके पर हुई गोष्ठी का। इस मौके पर एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने बताया कि ईएनटी विभाग द्वारा अब तक 180 मरीजों के कॉक्लियर इंम्प्लांट कर उनकी श्रवण क्षमता वापिस लौटाई है। हमारे ईएनटी विभाग में विश्वस्तरीय ओटी तथा बेहतरीन डॉक्टर्स की टीम नर सेवा नारायण सेवा की भावना से समर्पित होकर अपना कार्य करती है। प्राचार्य डॉ. सोनी ने बताया कि कॉक्लियर इंम्प्लांट के ऑपरेशन आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री चिंरजीवी योजना के तहत पूर्ण रूप से निःशुल्क किये जाते है।

कार्यक्रम के दौरान डॉ. गीता सोलंकी, ऑडियोमेट्रिस्ट मोहित ओझा, फिरोज खान आदि ने कान की बीमरियों से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया, इस दौरान प्रथम लाभार्थी मोनिका ने राम आएंगें धुन पर स्वागत डांस किया साथ ही कॉक्लियर इंम्प्लांट के सफल ऑपरेशन के पश्चात लाभार्थी मोनिका, विधि जैन, चाहत, प्रतीक राजपुरोहित तथा कोमल का सम्मान किया गया, ये सभी अब अन्य बच्चों की तरह ही सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे है।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. शैफाली ने किया, इस दौरान पूर्व विभागाध्यक्ष ईएनटी डॉ. दीपचंद, चर्म रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरडी मेहता, डॉ. महेन्द्र सिसोदीया, पूर्व चिकित्सक डॉ.़एम.जी. भट्टड, डॉ.विवेक सामौर, डॉ. शाश्वत मेहता, कॉर्डिनेटर डॉ. गौतम लूणिया, स्पीच थैरेपिस्ट कौशल शर्मा तथा आशीष सरोवा सहित ईएनटी विभाग के रेजिडेण्ट डॉक्टर्स आदि उपस्थित रहे।

हियरिंग लॉस से जुड़े कुछ तथ्य : 

  • विश्व स्तर पर कान और सुनने की देखभाल की 80% से अधिक ज़रूरतें पूरी नहीं हुई हैं।
  • श्रवण हानि की वैश्विक स्तर पर लगभग 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की वार्षिक लागत होती है।
  • सामाजिक गलत धारणाएं और मानसिकता श्रवण हानि को रोकने के प्रयासों को सीमित करते हैं।
  • मानसिकता को बदलना अज्ञात श्रवण हानि की लागत को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है।

विश्व श्रवण दिवस 2024 के उद्देश्य : 

  • सुनने की समस्याओं से संबंधित आम गलत धारणाओं का प्रतिकार करें।
  • इन समस्याओं के बारे में लोगों की धारणा बदलने के लिए सटीक जानकारी प्रदान करें।
  • हियरिंग-एड तक समान पहुंच बनाने के लिए गलत धारणाओं को दूर करने का आह्वान करें।

source : WHO