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AJMER : माहोल खराब ना हो इस वजह से टीचर्स ने किया स्कूल आने से मना

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राजस्थान में एक गैंगरेप की पीड़िता को स्कूल से इसलिए बेदखल कर दिया गया कि उसके आने से स्कूल का माहोल ख़राब होगा। पीड़िता को बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं दिया गया जिससे वह बोर्ड परीक्षा से वंचित कर गई। मामला अजमेर जिले की एक स्कूल का है। इस मामले में अब बाल कल्याण समिति हरकत में आई और अध्यक्ष अंजली शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है।

पूरक परीक्षा के लिए प्रयास शुरू

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि मामले में जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। जिला कलेक्टर को भी मामले से अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का साल खराब ना हो। इसको लेकर भी प्रयास किया जा रहे हैं। साथ ही बोर्ड की पूरक परीक्षा में बैठने की इजाजत लेने के भी प्रयास किया जा रहे हैं।

बाल कल्याण समिति ने रखा पीड़िता का पक्ष

जानकारी के अनुसार पीड़िता ने बाल कल्याण समिति के सामने अपनी पीड़ा रखी थी, साथ ही स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि दुष्कर्म की घटना के बाद जब स्कूल गई तो स्टाफ ने तंज कसा। स्कूल का माहौल खराब होने की बात कहते हुए नहीं आने के लिए कहा। पीड़िता के साथ पिछले साल अक्टूबर महीने में सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी, जिसके बाद थाने में मामला दर्ज हुआ।

टीचर्स ने किया स्कूल आने से मना

मिली जानकारी के अनुसार घटना के बाद पीड़िता जब स्कूल में नियमित अध्ययन के लिए पहुंची तो वहां टीचर्स ने उसे स्कूल आने से मना कर दिया। यह कहा गया कि उसके स्कूल आने से माहौल खराब होगा और बेहतर है कि वह स्कूल ना आए और परीक्षा के समय उसे बुला लिया जाएगा। इसके बाद 4 महीने बाद जब बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने को थी, तब पीड़िता को बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं दिया गया।