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कांग्रेस ने राज्य की हर सीट के लिए तीन नामों का पैनल मांगा, पीसीसी-एआईसीसी भी कर रही सर्वे

आरएनई।

विधानसभा चुनाव की परिपाटी को तोड़ते हुए कांग्रेस आलाकमान ने इस बार कांग्रेस की प्रदेश चुनाव समिति को स्पष्ट कहा दिया है कि सभी 25 सीटों के लिए कम से कम तीन नाम का पैनल चाहिए, एक नाम का पैनल नहीं चलेगा। वहीं आलाकमान ने अपने स्तर पर भी हर सीट के लिए नाम जुटाये है।

विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस आलाकमान व राहुल गांधी सीटों पर एक नाम का पैनल देखकर गुस्से में आ गये थे और प्रदेश के नेताओं को फटकार लगाई थी। राहुल ने तो साफ कहा था कि जब एक नाम का ही पैनल है तो फिर सीडब्ल्यूसी की जरूरत ही क्या है। एक से अधिक नाम हो तो ही विचार सम्भव है। बाद में जब हार की समीक्षा बैठक हुई तब भी वही बात प्रदेश के नेताओं को सुनाई गई।

इस कारण इस बार आलाकमान ने पीसीसी अध्यक्ष, कांग्रेस प्रभारी व विधायक दल के नेता को हर लोकसभा सीट पर जाकर फीडबैक के आधार पर पैनल बनाने का कहा है। पैनल भी कम से कम 3 नाम का होगा, इससे अधिक का भी हो सकता है। डोटासरा, रंधावा व जूली इस काम को आरम्भ भी कर चुके हैं। दो दिन में पैनल तैयार हो जायेंगे और फिर वो आलाकमान को सौंप दिए जायेंगे।

विधानसभा चुनाव की तरह आलाकमान इन चुनावों के लिए प्रदेश के ही नेताओं पर निर्भर नहीं है। अपने स्तर पर भी पैनल बना रहा है। हर सीट के लिए उसने अलग से कॉर्डिनेटर नियुक्त किये हैं जो नामों का पैनल सीधे आलाकमान को देंगे। उस पैनल से प्रदेश की तरफ से दिए जाने पैनल से मिलान किया जायेगा। उसके बाद एक सर्वमान्य तीन व्यक्तियों का पैनल बनाया जायेगा और उसे सीडब्ल्यूसी के सामने रखा जायेगा, जो उम्मीदवार तय करेगी।

कांग्रेस राजस्थान को लेकर ज्यादा गम्भीर है, क्योंकि दो चुनाव से वो राज्य में एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाई है। भाजपा ही सभी 25 की 25 सीटें जीत रही है। इस बार कांग्रेस को कुछ सीटों की उम्मीद है, जिसका आधार विधानसभा चुनाव के परिणाम है। उनके आंकलन के बाद ही कुछ सीटों पर पार्टी ने फोकस किया है।

पार्टी हर सीट का पैनल तैयार हो जाने के बाद संभावित उम्मीदवारों को लेकर सर्वे भी करायेगी ताकि एक उम्मीदवार का नाम सामने आ सके। कांग्रेस अपने कुछ वरिष्ठ नेताओं व वर्तमान में जो विधायक है, उनको भी उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। विधानसभा का चुनाव जीते और लड़कर हारे युवा चेहरों पर भी पार्टी दाव लगा सकती है। कुछ युवा चेहरों के नाम छांटे भी गये हैं।

– मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘