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जनसंख्या परिसीमन से दक्षिणी राज्यों का प्रतिनिधित्त्व घट सकता है, जस्टिस बी वी नागरत्ना ने की है ये टिप्पणी, विपक्ष पहले से ही इसके विरोध में

RNE Network.

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बी वी नागरत्ना ने जनसंख्या आधारित परिसीमन को लेकर चिंता जताई है। इस मसले पर दक्षिण के राजनीतिक दल व देश की मुख्य विपक्षी पार्टी पहले ही विरोध कर रही है।


जस्टिस नागरत्ना का कहना है कि यदि परिसीमन केवल जनसंख्या के आधार पर किया गया तो दक्षिण भारत के राज्यों का संसद में प्रतिनिधित्त्व घट सकता है। क्योंकि दक्षिण में जनसंख्या वृद्धि दर गिर रही है जबकि उत्तर भारत में यह बढ़ रही है।


जस्टिस नागरत्ना ने यह टिप्पणी सरोगेसी ( नियमन ) अधिनियम 2021 की कुछ धाराओं को चुनोती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई के दौरान की, जिसमें दंपत्तियों ने सरोगेसी का विकल्प चुना था।