
Bikaner : गंगाशहर की कमला देवी ने संथारे के साथ प्राण त्यागे, आज होगा देहदान
RNE Bikaner.
संथारे के साथ मृत्यु वरण करना जहां दृढ़ आत्मबल के बिना संभव नहीं है वहीं संथारा मृत्यु को प्राप्त करने से पहले नश्वर देह भी सद्कार्य के लिए सौंप देना उससे भी अधिक साहस का काम है। इस साहस का जीता- जागता उदाहरण रखा है गंगाशहर की कमला देवी भूरा ने।
यूं संथारा संपन्न हुआ :
जैन लूणकरण छाजेड़ के मुताबिक 80 वर्षीय कमला देवी भूरा धर्मपत्नी स्व. मांगीलाल भूरा का संथारा संपन्न हो गया। कमला देवी को देव गुरु धर्म की साक्षी व आचार्य श्री महाश्रमण जी की स्वीकृती से दिनांक 11 फरवरी को दोपहर 2:37 बजे आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती उग्र विहारी तपोमूर्ति मुनि श्री कमल कुमार जी , मुनि श्री श्रेयांस कुमार जी व मुनि श्री सुमति कुमार जी ने तिविहार संथारा का पचखान करवाया। इसके बाद दोपहर 2:41 बजे संथारा परिसम्पन्न हो गया। तेरापंथी सभा जैन लूणकरण छाजेड़ व अमरचन्द सोनी व पुत्र पवन भूरा व सभी परिजन उपस्थित थे।
पहला मौका जब संथारा के साथ देहदान :
तेरापंथी सभा के मंत्री जतन लाल संचेती ने बताया कि यह पहला अवसर है जब संथारा में मृत्यु के बाद देहदान किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गुंजन सोनी व डॉ मणि ने डॉ कौशल को भेज कर शव का निरिक्षण भी करवाया। अंतिम यात्रा आज दिनांक 12 फरवरी, बुधवार को सुबह 11 बजे आचार्य श्री महाप्रज्ञ चौक से जैन मंदिर होते हुए शान्ति निकेतन से तेरापंथ भवन पंहुचेगी। वहां से स्वर्ग रथ गाड़ी से सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज को जायेगी जहां पर देहदान किया जायेगा।