
जातिगत जनगणना : राहुल गांधी के तेवर, “मैंने बोला था मोदी जी को ‘जाति जनगणना’ करवानी ही पड़ेगी, हम करवाकर रहेंगे!”
- नेता प्रतिपक्ष राहुल ने कहा टाइमलाइन भी बताएं
RNE, NETWORK.
आजादी के बाद पहली बार केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना की घोषणा की है। विपक्ष लोकसभा चुनाव के समय से इस मुद्दे को प्रमुखता से उठा रहा था। कांग्रेस ने इसे अपनी जीत बताते हुए जातिगत जनगणना के लिए केंद्र की मोदी सरकार का समर्थन किया है। साथ ही कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी पहले कहते थे कि सिर्फ 4 जातियां है, लेकिन अचानक से उन्होंने जातिगत जनगणना की घोषणा कर दी। हालांकि हम सरकार के इस फैसले का पूरा समर्थन करते हैं, लेकिन सरकार को इसकी टाइम लाइन बतानी होगी। जातिगत जनगणना का काम कब तक पूरा होगा। राहुल ने कहा कि तेलंगाना मॉडल एक ब्लूप्रिंट बन सकता है। हम इसकी डिजाइन करने में सरकार की मदद करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा है कि बजट में इसके लिए 575 करोड़ का आवंटन है। इसलिए ये सवाल मुनासिब है कि सरकार इसको कैसे और कब पूरा करेगी।
राहुल गांधी के तेवर की चर्चा हर जगह :
जातिगत जनगणना को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संसद में कई बार बीजेपी से भिड़े। यही नहीं मोदी सरकार के युवा नेता अनुराग ठाकुर ने तो राहुल गांधी को संसद में यह तक कह दिया था कि राहुल गांधी को अपनी जाति तक नहीं पता है ! ऐसे में सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और अनुराग ठाकुर का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
राहुल गांधी ने “X” पर लिखा “कहा था ना, मोदी जी को ‘जाति जनगणना’ करवानी ही पड़ेगी, हम करवाकर रहेंगे !”
यह हमारा विज़न है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सरकार एक पारदर्शी और प्रभावी जाति जनगणना कराए। सबको साफ़-साफ़ पता चले कि देश की संस्थाओं और power structure में किसकी कितनी भागीदारी है।
जाति जनगणना विकास का एक नया आयाम है। मैं उन लाखों लोगों और सभी संगठनों को बधाई देता हूं, जो इसकी मांग करते हुए लगातार मोदी सरकार से लड़ाई लड़ रहे थे -मुझे आप पर गर्व है।”