भीषण आग के बावजूद गीता प्रेस के धर्मग्रंथ सुरक्षित रहे, एक करोड़ से अधिक के धर्मग्रंथों को कुछ नहीं हुआ
RNE Network
महाकुंभ मेले में लगी आग के बाद गीता प्रेस के मालिक बदहवास नजर आये। मगर संतोष की बात थी कि आग में एक करोड़ से अधिक के धर्मग्रंथ जलने से बच गये।
सप्ताह भर पहले ही गोरखपुर से धर्मग्रंथों की खेप महाकुंभ के शिविर में पहुंची थी। धर्मग्रन्थों तक आग नहीं पहुंची और किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
हादसे के बाद गीता प्रेस के मालिक कृष्ण कुमार खेमका पूरी तरह बदहवास दिखे। उनके मुंह से बारबार यही शब्द निकल रहे थे– हे भगवान यह सब कैसे हो गया। उन्होंने बताया कि महाकुंभ के लिए जो एक करोड़ से अधिक के धर्मग्रंथ भेजे गए वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।