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थार की राजनीति में आंधी का संकेत, कांग्रेस पर बड़ा असर, दिग्गज मुस्लिम नेता अमीन खान भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ से मिले

  • भाजपा निकट ला रही है शिव विधायक रवींद्र सिंह भाटी को
  • हरीश चौधरी के वर्चस्व के खिलाफ बगावत, गहलोत भी नहीं कर सके मनचाही

अभिषेक पुरोहित

RNE Special.

एक तरह जहां थार में मौसम बदला हुआ है और जब चाहे तब आंधी व तूफान तक आ जाता है। जो कई धूल के ऐसे गुब्बार बना जाता है, जिनको देख दिखकर लोग विस्मित होते रहते है।

यही हाल थार के सीमा पर स्थित बाड़मेर की राजनीति का है। जब पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्चिम सीमा के लिए तिरंगा रैली की जगह बीकानेर को चुना तो कांग्रेस ने भी प्रत्युत्तर के लिये थार के अंतिम छोर पर बसे बाड़मेर को जयहिंद रैली के लिए चुना। वो रैली हुई और कांग्रेस की राजनीति के कई गुबार बन गए जिनकी धुंध अब धीरे धीरे कम हो रही है और उससे राजनीति प्रदेश तक की गर्मा गई है।

दो दिग्गज कांग्रेसियों की बात:

जब जयहिंद रैली तय हुई तो दो दिग्गज कांग्रेसी भी सक्रिय हुए, जो दल से बाहर थे। इनमें पहले थे मेवाराम जैन व दूसरे थे अमीन खान। जैन एक सीडी कांड में फंसे और कांग्रेस ने उनको बाहर कर दिया। बाड़मेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने उमेदाराम को टिकट दिया तो कांग्रेस के दिग्गज अमीन खान नाराज हो गये और उन्होंने निर्दलीय रवींद्र सिंह भाटी का समर्थन कर दिया। पार्टी से बाहर हो गए।
ये दोनों नेता दिग्गज कांग्रेसी है, यह सबको पता है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के नजदीकी है, ये भी जग जाहिर है। जयहिंद रैली के समय इन्होंने वापस कांग्रेस में आने के लिए चहलकदमी की।

बात उजागर हो गई:

इन लोगों को भरोसा था कि अशोक गहलोत उनके लिए पार्टी में फिर से प्रवेश का दरवाजा खोलेंगे। इस उम्मीद में उन्होंने अपने अपने समर्थकों की भीड़ अलग अलग जगह एकत्रित की। हो सकता है किसी नेता का आश्वासन मिला हो।

मगर भीड़ खड़ी रही और नेताओं का रास्ता बदल गया। ये और इनके समर्थक नाराजगी जताते रह गए।

थार में हरीश चौधरी का जलवा:

बाड़मेर लोकसभा सीट पर उमेदाराम को लाकर लड़ाना और उसे जीताना, इसमें मुख्य भूमिका हरीश चौधरी की थी। उनको साथ हेमाराम चौधरी व सचिन पायलट का मिला हुआ था। हरीश की राहुल गांधी से भी निकटता है। वे इस समय मध्यप्रदेश के प्रभारी है।

उनको जब पता लगा कि खान व जैन खड़े है और इनको पार्टी में लाने की कोशिश कुछ नेता कर रहे है तो उन्होंने रास्ता ही बदल दिया। ये हरीश ने किया, इसका ये प्रमाण है कि खान और जैन उनको ही गालियां दे रहे है।

मंच से हरीश चौधरी ने स्पष्ट किया:

जयहिंद रैली में मंच पर बैठे समय हरीश चौधरी, हेमाराम लगातार सचिन पायलट से बातें करते रहे और ठहाके लगाते रहे। गहलोत चुप बैठे यह सब देखते रहे। हरीश चौधरी ने अपने भाषण में खान व जैन को अपरोक्ष रूप से यह सुना दिया कि उनके लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद है। ये बात बड़ा भूचाल लाई है।

अमीन खान पहुंचे राठौड़ के घर:

अमीन खान धैर्य नहीं रख सके। वे कल जयपुर पहुंचे और फिर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ के निवास पर पहुंच गए। लोगों ने फोटो खींच लिए। वो खूब वायरल हो रहे है और हवा में कयास उछल रहे है।

भाटी को भी लुभा रहे:

भाजपा भी शायद इस मामले में सक्रिय है। खान तो उनके पास खुद गये है वही अब भाजपा रवींद्र सिंह भाटी को लेकर भी सॉफ्ट हुई है। भाटी के सुर में भी बदलाव है। ये सब इस बात का संकेत है कि थार की राजनीति का मौसम भी बदल रहा है।