
कीर्ति चक्र मेजर जेम्स थॉमस की प्रतिमा 19 साल से नहीं लग पाई, गोरधनसिंह बोले-शहीद दिवस को प्रतिमा लगेगी
- आरोप: शहीद की मां चिट्ठियां लिख रहीं, प्रशासन और सरकार 19 साल से टाल रहे
RNE Bikaner.
बीकानेर में एक बार फिर शहीद मेजर जेम्स थॉमस की प्रतिमा लगाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। इस बार एक्टीविस्ट और आरटीआई कार्यकर्ता गोवर्धनसिंह ने बीकानेर में शहीद की प्रतिमा लगवाने का बीड़ा उठाते हुए जन-जागरण शुरू किया है। इसके साथ ही घोषणा की है कि 23 मार्च को शहीद दिवस के मौके पर बीकानेर के पब्लिक पार्क या एक अन्य स्थान पर शहीद की प्रतिमा स्थापित होगी। इसके लिए परमिशन मिलेगी या नहीं इस पर गोवर्धनसिंह ने कहा, यह सवाल सरकार-प्रशासन से करो।
जनता ने ठाना है, प्रतिमा लगेगी:
गोवर्धनसिंह ने कहा, शहीद की 88 वर्षीय मां पिछले 19 साल से प्रतिमा स्थापित करने के लिए प्रशासन, सरकार से मांग कर रही है। बीकानेर सहित प्रदेश, देश की जनता चाहती है कि राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के हाथों बीकानेर के जिस शहीद की पत्नी को कीर्ति चक्र मिला उसकी प्रतिमा लगनी चाहिये। इसके बावजूद प्रशासन-सरकार इस पर 19 साल से टालमटोल कर रहा है। अब जनता ने अपने हाथों में यह निर्णय लिया है। किसी भी सम्मानजनक स्थान पर शहीद की प्रतिमा लगनी चाहिये। अब 23 मार्च को यह प्रतिमा अवश्य लगेगी।
पत्रकारों से बातचीत में गोरधनसिंह ने कहा, पहले मेडिकल कॉलेज की जगह प्रतिमा लगाने की मांग की तो वहां श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगा दी। फिर पब्लिक पार्क में प्रतिमा लगाने की मांग रखी तो वहां इंदिरा गांधी की प्रतिमा लगा दी। प्रशासन 19 सालों से कागज चला रहा है। हम हर हाल में सम्मानजनक स्थान पर शहीद की प्रतिमा चाहते हैं।इन दो में से किसी एक स्थान पर लगेगी प्रतिमा:
गोरधनसिंह ने दावा किया है कि जनता ने दो जगह चिह्नित की है जिनमें से एक पर 23 मार्च को प्रतिमा स्थापित हो जाएगी। इनमें से एक जगह पब्लिक पार्क में गंगाथियेटर के पास है तथा दूसरी चुन्नीलाल उद्यान के पास। इन दोनों में से किसी एक जगह पर 23 मार्च को प्रतिमा स्थापित होगी।पांच सीएम आए, कितने अफसर आये:
गोरधनसिंह ने आरोप लगाया कि 19 सालों में पांच मुख्यमंत्री आये गये। बीकानेर में कितने अफसर आये, गये। प्रतिमा लगाने के लिये 19 साल से अभियान चल रहा है। कोई भी प्रतिमा लगाने आगे नहीं आया। इन अफसरों से सवाल होने चाहिये। इसके साथ ही जो नेता श्रेय लेना चाहते हैं। वे आगे आएं। प्रतिमा लगवाएं।शहीद छोटा-बड़ा नहीं होता। उसे जाति, धर्म में नहीं बांध सकते। ऐसा करेंगे तो लोग सेना में क्यों जाएंगे। कैप्टन चंद्र चौधरी के भाई सीताराम चौधरी मेजर जेम्स थॉमस की प्रतिमा लगवाने की मुहिम में साथ खड़े हैं। शहीद को कोई जातियों में नहीं बांटना चाहता। जिसको लगता है कि शहीद हमारा है, हमारे देश की धरोहर है वे लोग आगे आएं और प्रतिमा लगवाने में सहयोग करें। जिसको भारत सरकार शहीद मानती है उसकी प्रतिमा लगनी ही चाहिये।