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डोटासरा व राठौड़ जब मिले तो दिलखुश अंदाज में, शिकवे नहीं

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हरियाणा में सक्रिय हैं दोनों
हिसार में हुई मुलाकात

कहते हैं सियासत में स्थायी दुश्मनी को कोई जगह ही नहीं है। संसद या विधानसभा के भीतर एक दूसरे पर कड़ी भाषा में आरोप लगाने वाले कैंटीन में साथ बैठे ठहाके लगाते हैं।
इस बात को एक बार फिर सही साबित किया है शेखावाटी के दो दिग्गज नेताओं ने। दोनों ही अपनी अपनी पार्टी के बड़े नेता हैं। ये नेता हैं पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा व भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़।


इन दोनों के बीच विधानसभा व लोकसभा चुनावों से बड़ी जुबानी जंग चली है। सोशल मीडिया पर भी दोनों ने एक दूसरे पर जमकर प्रहार किये। मगर सब जानते हैं कि शेखावाटी के ये दोनों नेता एक दूसरे के दोस्त हैं। डोटासरा अक्सर विधानसभा में उनकी कमी का उल्लेख भी करते हैं। राठौड़ इस बार चुनाव हार गए थे।
हरियाणा चुनाव प्रचार में अपनी अपनी पार्टी के लिए ये दोनों नेता प्रचार कर रहे हैं। हिसार में अचानक दोनों टकरा गए। उस समय दृश्य देखने लायक था। दोनों ने एक दूसरे का गर्मजोशी से स्वागत किया और खूब ठहाके लगाये। कहीं भी दूरी या टकराहट नहीं दिखी। ये ही तो राजनीति का अच्छा पहलू है।