World Chess Champion: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने डिंग लिरेन को हरा सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन का खिताब जीता
RNE Network.
भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया। वह इस खिताब को जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने हैं।
इसके साथ ही विश्वनाथन आनंद के बाद शतरंज में विश्व चैंपियन बनने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हो गए। गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में चीन के डिंग लिरेन को हराकर यह खिताब जीता है।
दरअसल FIDE वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के निर्णायक मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन सफेद मोहरों और गुकेश काले मोहरो के साथ खेल रहे थे। मैच टाइब्रेकर की तरफ जा रहा था कि 53वीं चाल में डिंग लिरेन का ध्यान भंग हुआ और गलती कर दी। चौंकन्ने डी गुकेश ने फिर लिरेन को वापसी का मौका नहीं दिया और अंत में पिछले साल के वर्ल्ड चैंपियन को मात देकर बाजी अपने नाम कर ली। गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के 18वें विश्व चैंपियन बने।
डी गुकेश चेन्नई के रहने वाले हैं। इनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश, आनंद शतरंज अकादमी (WACA) में ट्रेनिंग लेते हैं।
गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्ट हैं। स्कूल के दिनों में ही उन्हें इस खेल से प्यार हो गया। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते वह तेजी से आगे बढ़ते गए। गुकेश ने 17 साल की उम्र में FIDE कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट भी जीता था। तब वह ऐसा करने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे।
इसी साल 10 से 23 सितंबर 2024 को बुडापेस्ट में चेस ओलंपियाड का आयोजन हुआ था। भारत ने मेंस और विमेंस दोनों कैटेगरी में चैंपियन बना था। ओपन कैटेगरी में गुकेश ने ही फाइनल गेम जीतकर भारत को जीत दिलाई थी।