अधिकारी फील्ड में रहें, जरुरत पड़ने पर तुरंत हो एक्शन – वृष्णि
- बारिश के अलर्ट के मद्देनजर जिला कलेक्टर ने एसपी के साथ शहर के निचले क्षेत्रों का किया दौरा
- जलभराव की संभावना वाले क्षेत्रों की मॉनिटरिंग के लिए ओआईसी नियुक्त करने के निर्देश
RNE, BIKANER .
बारिश के अलर्ट के मद्देनजर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम के साथ गुरुवार को शहर के संभावित जल भराव और निचले क्षेत्रों का दौरा कर वास्तविक स्थिति का जायजा लिया। जिला कलेक्टर ने वल्लभ गार्डन, मदन विहार, शिवबाड़ी तालाब, गंगा शहर, चांदमल बाग सहित विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर वहां वर्तमान स्थिति व आपादा व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इन निचले इलाकों में जल भराव संभावना को देखते हुए संबंधित विभागों की तकनीकी टीमें मौके पर रहें और आवश्यकता के अनुसार राहत और बचाव का कार्य सुनिश्चित करें। शिवबाडी तालाब का दौरा करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि इस तालाब के आसपास के कैचमेंट एरिया को साफ करवाएं। जिला कलेक्टर ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से बातचीत भी की। चांदमल बाग में मौके पर कनिष्ठ अभियंता नहीं मिलने पर जिला कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम निचले इलाकों में खदान के पास बने घरों में निवासरत लोगों को नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) उमेद सिंह रतनूं, नगर विकास न्यास सचिव मुकेश बारहठ ,अधीक्षण अभियंता निगम ललित ओझा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
निचले इलाकों के लिए ओआईसी नियुक्त करें
आपदा प्रबंधन हेतु बैठक आयोजित, इससे पहले संबंधित अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन के संबंध में बैठक करते हुए जिला कलेक्टर वृष्णि ने कहा कि शहर के सभी निचले और जल भराव संभावित क्षेत्रों में मॉनिटरिंग के लिए नगर निगम द्वारा ओआईसी नियुक्त किये जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह प्रभारी अधिकारी फील्ड में तैनात रहें। उन्होंने कहा कि बारिश की चेतावनी को देखते हुए नगर निगम और नगर विकास न्यास की सभी मशीन चालू स्थिति में रखी जाए, पंप तैयार रहें तथा कंट्रोल रूम राउंड द क्लॉक कार्यशील रहें।
वृष्णि ने कहा कि जल भराव वाले क्षेत्रों में पोल में करंट आने की स्थिति ना बने, इसके लिए बी के ई एस एल आवश्यक व्यवस्थाएं समय पर करवाएं, टीम फील्ड में समय पर पहुंचे। जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों का चिन्हीकरण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां बड़े गड्ढे बने हैं वहां तुरंत प्रभाव से गिट्टी भरवाई जाए साथ ही रेन कट और जल भराव संभावित क्षेत्र के आसपास सेंड बैग्स रखवाए जाएं । जिला कलेक्टर ने कहा कि नगर निगम पुराने , क्षतिग्रस्त तथा जर्जर भवनों में रहने वाले लोगों को नोटिस दें। उन्होंने पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के माध्यम से तेज बारिश की अलर्ट की सूचना आमजन को देने के निर्देश दिए। ड्रेनेज सिस्टम की साफ सफाई का काम नियमित हो , सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय पर विशेष ध्यान दें और किसी भी इनपुट पर त्वरित एक्शन लिया जाए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो, आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकताओं में है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए आवश्यकता अनुसार बैरिकेडिंग भी करवाई जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों से अलर्ट मोड पर रहने को कहा।