रोते हुए बोली मासूम.. बुआ मारती है, रोटी नहीं देती, मुझे घर मत भेजो
- चौथी क्लास में बच्ची ढंग से नहीं बैठी, पूछा तो बुआ का अमानवीय कृत्य सामने आया
- रोते हुए बोली मासूम : बुआ दो महीनों से मार रही, रोटी नहीं देती, मुझे घर मत भेजो
- माता-पिता चल बसे, 09 साल की भतीजी को बुआ ने चिमटे से दागा
RNE Bikaner.
बीकानेर जिले में एक 09 साल की बच्ची को खुद उसकी बुआ द्वारा अमानवीय यातनाएं दिये जाने का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी के बाद चाइल्ड हेल्प लाइन ने बच्ची से पूछताछ की ओर यातनाओं की पुष्टि होने के बाद उसे नारी निकेतन में भेज दिया।
यूं सामने आया मामला :
घटना लूणकरणसर क्षेत्र की है। यहां सरकारी स्कूल की चौथी क्लास में एक 09 वर्षीय बच्ची ढंग से बैठ नहीं पा रही थी। टीचर ने कारण पूछा तो मासूम रो पड़ी। इसके बाद जो कहानी सामने आई और बच्ची के शरीर पर निशान दिखे तो देखने-सुनने वालों का कलेजा हिल गया।
इतनी अमानवीयता :
रोते हुए बच्ची ने जो बताया उसके मुताबिक माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है। दादा-दादी असहाय है। इसलिए बुआ के पास रहती है। बुआ लगभग दो महीनों से टॉर्चर कर रही है। गरम चिमटे से दाग देती है (शरीर पर निशान बताए) जिसकी वजह से बैठ ही नहीं पाती। रोटी नहीं देती। सारे काम करवाती हैं। बच्ची रो-रोकर बोली, मुझे घर मत भेजो, बुआ बहुत मारती है।
स्कूल ने चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचना दी :
घटना की जानकारी के बाद विद्यालय स्टाफ ने कस्बे के विद्यालय विकास समिति सदस्य विनोद चोपड़ा, महिपाल सिंह राठौड़ व राजाराम धतरवाल सहित जनप्रतिनिधियों को घटना बताई तथा उसके बाद चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 पर सूचना दी गई। चाइल्ड हेल्पलाइन से बबीता व्यास ने पहुंचकर बच्ची से पूछताछ की और पुलिस व नारी निकेतन को सूचना दी गई। लूणकरणसर थाने भी सूचना दी।
लूणकरणसर थानाधिकारी गणेश विश्नोई ने बताया, प्रधानाचार्या की रिपोर्ट पर बुआ के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बच्ची की उम्र 9 वर्ष है और लूणकरणसर के एक स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ती है। उन्होंने बताया कि बच्ची का मेडिकल करवाया गया है। पुलिस ने बच्ची को नारी निकेतन भेज दिया है।